Sawan Somvar Vrat: क्या आप पहली बार रख रहे हैं सावन सोमवार व्रत?– ये चीज़ें भूलकर भी न खाएं!

Sawan Somvar Vrat: सावन मास भगवान शिव की आराधना का पवित्र महीना होता है। खासकर सावन के सोमवार को व्रत- Sawan Somvar Vrat रखने का विशेष महत्व है। इस दिन व्रती शिव जी को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं, जलाभिषेक करते हैं और विशेष पूजन करते हैं। कहा जाता है कि सावन के सोमवार का व्रत करने से भगवान भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं।

अगर आप पहली बार ये व्रत रखने जा रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप इसके नियमों और परहेज़ों को अच्छे से जान लें। क्योंकि कई बार अनजाने में की गई गलतियाँ व्रत के फल को कम कर देती हैं।
Sawan Somvar Vrat: सावन सोमवार का धार्मिक महत्व
सावन शिवजी का सबसे प्रिय महीना माना जाता है। इस माह में विशेषकर सोमवार को शिवजी की पूजा और व्रत का महत्व बहुत अधिक है। यह व्रत विशेष रूप से कुंवारी कन्याएं अच्छे वर के लिए करती हैं, वहीं विवाहित स्त्रियाँ अपने पति की लंबी उम्र और सुख-शांति के लिए यह व्रत करती हैं।
मान्यता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति सच्चे मन से व्रत करता है और भगवान शिव का जलाभिषेक करता है, उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। यह व्रत भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है।
- भगवान की कृपा प्राप्त करने के लिए सावन के सोमवार को विख्यत का जाता है।
- कंया लड़कियां अच्छे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत खास जाता है।
- जीवन में शांति और चेतन का प्रवेश कायम रहता है।
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Sawan Somvar Vrat: सावन सोमवार व्रत करने का सही तरीका- व्रत की विधि
- सवेरे जल्दी उठें और स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करें।
– जल, दूध, शहद, बेलपत्र, धतूरा, आक के फूल आदि से शिवलिंग का पूजन करें। - सावन व्रत की कथा सुनें और शिव चालीसा या रुद्राष्टक का पाठ करें।
- दिनभर व्रत रखें – फलाहार या निर्जल व्रत।
- शाम को फिर से शिव पूजन करें और आरती करें।
- व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद फलाहार से करें।
सावन सोमवार व्रत में भूलकर भी न खाएं ये चीज़ें!– Sawan Somvar Vrat
सावन सोमवार का व्रत पूरी श्रद्धा और पवित्रता के साथ किया जाता है। व्रत के दिन कुछ चीजों को न खाना बेहद जरूरी होता है, वरना व्रत का पुण्य और प्रभाव कम हो सकता है। आइए जानते हैं वे कौन-कौन सी चीज़ें हैंhttps://www.youtube.com/@munmunskitchen जो वर्जित मानी जाती हैं:
वर्जित वस्तु | ❗ क्यों न खाएं? |
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नमक (सादा या सेंधा नहीं) | नमक का सेवन व्रत की पवित्रता को भंग करता है। व्रत के दिन सेंधा नमक ही खाएं। |
अनाज (गेहूं, चावल, दालें आदि) | अनाज खाने से व्रत पूर्ण नहीं माना जाता। केवल फलाहार या साबूदाना, सिंघाड़े का आटा आदि खाएं। |
मसालेदार भोजन | भारी व मसालेदार भोजन व्रत के उद्देश्य को प्रभावित करता है। शिवभक्ति में मन न लगकर शरीर में सुस्ती आती है। |
लहसुन और प्याज | तामसिक भोजन में आते हैं, जिससे पूजा की शुद्धता प्रभावित होती है। |
मांसाहार और अंडा | पूरी तरह वर्जित। शिवभक्तों के लिए यह पाप के समान है। |
तंबाकू, शराब या धूम्रपान | व्रत में किसी भी प्रकार का नशा वर्जित है। यह मन और शरीर दोनों को अशुद्ध करता है। |
ब्रेड, बिस्किट, मैदा से बनी चीजें | ये वस्तुएं व्रत के अनुसार शुद्ध नहीं मानी जातीं। |
प्लास्टिक पैक्ड फूड्स या स्नैक्स | इनमें तामसिक तत्व और संरक्षक मिलाए जाते हैं, जो व्रत में वर्जित हैं। |
व्रत में क्या खाएं? -Sawan Somvar Vrat
खाने योग्य वस्तुएं | उपयोगिता |
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साबूदाना खिचड़ी | हल्की और पचने में आसान |
फल (केला, सेब, पपीता आदि) | ऊर्जा और ताजगी के लिए |
दूध व दूध से बनी चीजें | कैल्शियम और प्रोटीन |
मखाना (फॉक्स नट्स) | ऊर्जा और स्वाद के लिए |
सिंघाड़े का आटा/राजगिरा आटा | व्रत के पराठे, पुरी या हलवा |
मूँगफली, नारियल | एनर्जी बूस्टर |
व्रत के दौरान इन बातों का रखें विशेष ध्यान
- शुद्धता: व्रत के दिन तन, मन और वचन से पवित्र रहना बहुत जरूरी है।
- क्रोध न करें: मन में शांति रखें और किसी पर नाराज़ न हों।
- शिव मंत्रों का जाप करें:
– “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
– महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी फलदायी होता है। - दान करें: गरीबों को भोजन या वस्त्र दान करें।
- झूठ न बोलें: इस दिन विशेष रूप से सत्य बोलने का प्रयास करें।
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सावन सोमवार व्रत के लाभ
- भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है
- मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं
- वैवाहिक जीवन सुखद बनता है
- स्वास्थ्य अच्छा रहता है
- आध्यात्मिक शांति मिलती है
- बुरी आदतें छूटती हैं और जीवन में अनुशासन आता है
एक सालाह:
यदि आप पहली बार व्रत रख रहे हैं, तो चिंता और श्रद्धा के साथ इसे करें। भगवान की कृपा जरूर मिलेगी और आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
हर हर महादेव!